What is Google Sitelinks

Google Sitelinks क्या है और Sitelinks के लिए अपनी वेबसाइट को कैसे Optimized करे? (What is Google Sitelinks)

ब्लोग्गर्स और वेबसाइट ओनर्स हमेशा एक  question गूगल पे सर्च करते है की वेबसाइट CTR कैसे बढ़ाये

क्या आपने Google Sitelinks के बारे में सुना है? नहीं सुना तो कोई बात नहीं आज इस ब्लॉग पोस्ट के माध्यम से जानेंगे की Google Sitelinks क्या है, यह कितने प्रकार के होते है,  यह क्यों महत्वपूर्ण है, और Sitelinks के लिए अपनी वेबसाइट को कैसे Optimized करे | 

जब भी आप Google में पॉपुलर वेबसाइट को सर्च करते है तो आपको वेबसाइट होम पेज के अलावा 4 – 6 inner pages के लिंक दीखते है उसी को Google Sitelinks कहते है | 

बता दे की Google Sitelinks 2016 के बाद से automatically दिखता है आप किसी भी लिंक को demote नहीं कर सकते जबकि 2016 से पहले आप Google Webmaster Tool (Google Search Console) की मदद से demote कर सकते थे | 

Google Crawler अब इतना इंटेलीजेंट हो गया है की आपका कंटेंट अगर sitelinks में दिखाने योग्य है तो ही वो दिखाएगा अन्यथा नहीं दिखाएगा | 

इस पोस्ट को अंत तक जरूर पढियेगा क्यूंकि Sitelinks के लिए अपनी वेबसाइट को कैसे Optimized करना है वो बताया गया है | 

Sitelinks 4 प्रकार के होते है – Organic sitelinks, One-line sitelinks, Sitelink Search box, Paid sitelinks. आइये इन चारों को बिस्तार से समझते है | 

यह ज्यादातर आपके brand कीवर्ड्स के इर्द-गिर्द दिखता है और इसमें आपके वेबसाइट के 6 inner pages तक दिखा सकता है | 

जब भी कोई ब्रांड कीवर्ड से सर्च करता है तो इसका मतलब यह है की वेबसाइट के बारे में यूजर को पता है और वह आपके वेबसाइट के होम पेज देखने नहीं आया है, वह कोई specific कंटेंट ढूढ़ने आया है और sitelink इसमें मदद करता है और inner पेजेज पर directly लैंड करा देता है जिससे उस पेज ट्रैफिक बढ़ जाता है | 

यह बहुत ही popular sitelink है आपको अक्सर सर्च इंजन में query search करते  ही दिख जाता है | 

इसमें आपको 4 लिंक तक दिखा सकता है आपके सर्च query के अनुसार | यह बहुत ही अलग तरह का sitelink होता है इसमें यूजर के query के मुताबिक specific content को दिखता है चाहे वो दूसरे पेजेज हो या फिर same page का एक पार्ट ताकि यूजर एक ही क्लिक में कंटेंट पर पहुंच जाए | 

यह तभी दिखता है जब आपके वेबसाइट पेजेज का user experience बहुत ही अच्छा हो और कंटेंट को पेज पर सही तरीके से दर्शाया गया हो | 

“Table of Content” कुछ हद तक यह प्रॉब्लम को resolve कर देता है | इससे आपके ब्लॉग पोस्ट को सर्च इंजन और यूजर दोनों को content structure समझने में कोई परेशानी नहीं होती और सर्च इंजन इसको index fast करता है

यह ज्यादातर बड़े ब्रांड्स को सर्च करते वक़्त दीखता है जैसे आपको ebay कीवर्ड सर्च करते ही दिख जाएगा | इसके मदद से यूजर products को सर्च इंजन से directly सर्च करके visit करता है | 

इसका इस्तेमाल लोग Google Search Ad रन करते समय करते है ताकि यूजर को अपने कंटेंट से engage कर सके और वेबसाइट का conversion ratio अच्छा कर सके | 

Sitelinks आपके वेबसाइट या ब्लॉग का CTR बढ़ाता है क्यूंकि यह आपके वेबसाइट के popular pages को दिखता है और users को इंटरनल pages को explore करने के लिए आमंत्रित करता है और इससे उस पेज पर clicks बढ़ जाता है और वेबसाइट पर interlinking अच्छे से अगर कर रखा हो तो बाउंस रेट को भी  कम करने में मदद करता है|

Google सिस्टम के अनुसार गूगल शॉर्टकट ढूंढता है और आपकी वेबसाइट structure के हिसाब से sitelinks दिखा देता है ताकि यूजर को इससे आसानी हो अपने question का answer ढूंढने में इससे आपके वेबसाइट पर यूजर का trust बढ़ता है और इंजन के नज़र में authority. 

3. Internal Pages पर यूजर directly लैंड कर सकते है

Sitelinks यूजर को बेस्ट experience देता है आपके वेबसाइट का और इसके जरिये यूजर inner पेजेज को आसानी से explore कर  सकते है | 

यह आपके वेबसाइट के उन पेजेज को दिखाता है जिससे यूजर को आपके वेबसाइट के बारे में ज्यादा information मिल सके |  

Google Sitelinks एक automated process है | यह Google पर depend करता है की किस कीवर्ड पर sitelink दिखाना है किस पर नहीं | हमलोगो को सिर्फ अपने वेबसाइट की ON Page SEO और Technical SEO को सही से implement कर के रखना है ताकि Sitelinks को दिखाने में गूगल को सिग्नल जाए | 

निचे दिए कुछ खास टिप्स की मदद से आप अपने वेबसाइट कंटेंट का optimized कर सकते है sitelinks के लिए:

1. आपकी वेबसाइट का नाम unique होना चाहिए

आपको अपना वेबसाइट का नाम यूनिक रखना होगा ताकि आपके ब्रांड नाम से sitelinks सर्च इंजन को दिखाने में आसानी हो | 

अगर आपका वेबसाइट का नाम generic keyword पे होगा तो मुश्किल होगा उससे sitelinks पाना क्यूंकि उसके लिए आपकी वेबसाइट पर काफी ट्रैफिक चाहिए होता है | 

2. Structured Markup Data का इस्तेमाल करे

Structured data को schema और Rich snippet भी कहते है | यह एक Javascript कोड होता है जिसके हेल्प से Google आपकी वेबसाइट कंटेंट को बेहतर समझ पाता है और sitelinks में हेल्प भी करता है | 

यह आपके वेबसाइट को featured snippet प्राप्त करने में भी मदद करता है | 

3. Internal Linking का इस्तेमाल करे

Internal Linking का आपके वेबसाइट कंटेंट में बड़ा महत्व है क्यूंकि इससे गूगल को वेबसाइट कंटेंट समझने और index करने में आसानी होती है वही यूजर को दूसरे कंटेंट को जानने का | 

इससे आपके वेबसाइट का bounce rate भी कम होता है | साथ ही आप अपने कंटेंट की internal linking को analyze कर सकते है Google Search Console Tool की मदद से | 

4. Longer ब्लॉग पोस्ट में Table of Content का इस्तेमाल करे

मैंने इसी पोस्ट में ऊपर भी बताया था की Sitelinks सिर्फ brand कीवर्ड से नहीं देखती, यह आपके सर्च query पर भी दिखता है और इसके लिए आपको अपने कंटेंट में “Table of Content” का इस्तेमाल आवस्य करना चाहिए| 

Table of Content से यूजर और सर्च इंजन दोनों को समझ में आता है की आप ने कंटेंट में किन topics को cover किया है | 

5. Relevant Page Title लिखे

Title का SEO में बहुत महत्व है क्यूंकि सर्च इंजन title से ही समझता है की आपका पोस्ट कंटेंट किस बारे में है और सर्च इंजन में query सर्च करने के बाद 

हर एक वेबसाइट का टाइटल और डिस्क्रिप्शन ही दिखता है | 

Sitelinks में टाइटल ही show होता है इसीलिए अपने पोस्ट कंटेंट का टाइटल को अच्छे से लिखे | 

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *